PURE SCIENCES
CHOOSE CAREER
https://school.careers360.com/articles/courses-after-12th-arts
https://school.careers360.com/articles/courses-after-12th-pcm
https://school.careers360.com/articles/courses-after-12th-in-commerce
https://school.careers360.com/articles/courses-after-12th-pcm#courses-pcb
https://school.careers360.com/articles/courses-after-12th-arts
https://school.careers360.com/articles/courses-after-12th-pcm
https://school.careers360.com/articles/courses-after-12th-in-commerce
https://school.careers360.com/articles/courses-after-12th-pcm#courses-pcb
सही कैरियर का चुनाव कैसे करें?
किसी भी व्यक्ति के जीवन में व्यवसाय ही ऐसा चीज है जिसके माध्यम से अत्यधिक ज्ञान के साथ-साथ वह पैसे कमा सकता है और अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है।
कैरियर जीवन में एक ऐसा महत्वपूर्ण विषय है जिसका सही चुनाव करना बहुत ही जरूरी है । सही कैरियर मार्गदर्शन (Career Guidance) से ही आप अपने इच्छा अनुसार कैरियर के बारे में जान सकते हैं।
अत्यधिक विकल्प होने के कारण विद्यार्थी भ्रमित है कि वह कौन से विषय का चुनाव करे? दरअसल, यह उलझन हर उस विद्यार्थी की है, जो विषयों के विकल्पों के बीच अपना भविष्य तलाश रहा है। एक समय था, जब सीमित ही विकल्प होते थे जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं सिविल सर्विसेस। अच्छे विद्यार्थी इन्हीं की ओर रुख करते थे। लेकिन आज उसके समक्ष इतने विकल्प हैं कि वह भ्रमित हो जाता है।
करियर का चुनाव करते वक्त विधार्थी के विचारों तथा इच्छाओं को समझकर उनका सम्मान करना चाहिए! आमतौर पर इस पहलु को लोगो द्वारा अनदेखा किया जाता है की उनकी रूचि किस क्षेत्र में है!और उस काम में उनकी कितनी रूचि है, अगर कैरियर चुनते समय इस बात पर गोर किया जाये तो नौकरी के बाद उन्हें उस क्षेत्र में काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी!
सही कैरियर का चुनाव करते समय कुछ मुख्य बिंदु जिन पर आपको विचार करना चाहिए।
१. अपने करियर की योजना बनाएं- आज हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है। व्यावसायिक विषयों में सीमित प्रवेश संख्या होती है, प्रतिस्पर्धियों की संख्या ज्यादा है। आप में भले ही बहुत प्रतिभा या क्षमता हो, मेरिट हो, लेकिन मुमकिन है कि पसंद के कोर्स या कॉलेज में दाखिला न मिले। इसके लिए जरूरी है कि एक अलग योजना तैयार रहे। विकल्पों के लिए करियर काउंसलर, शिक्षकों, पुराने छात्रों या किसी की भी मदद ली जा सकती है।
२. अपनी क्षमताओ को सही से परखे |
कभी कभी ऐसा भी होता है आप अपनी पहचान करने में भी गलती कर जाते है खुद को सही से पहचान नहीं पाते | हो सकता है आप Scientist बनना चाहते हो पर आपकी Mathematics कमजोर हो, आप Singer बनना चाहते हो पर आपकी आवाज लड़खड़ाती हो, आप CA बनना चाहते है पर Accounting में Interest नहीं, आप Reporter बनना चाहते है पर आपको धूप से एलर्जी है| तो खुद को अच्छे से पहचाने फिर उस फील्ड के बारे में गहराई से पता करे फिर कोई फैसला ले| अगर आप एयर होस्टट बनना चाहती है तो ध्यान रहे परिवार से दूर रहने के लिए आपको तैयार रहना होगा
अगर आप रिपोर्टर बनना चाहते है तो याद रहे टीवी के ग्लैमर से दूर उन्हें दिन रात News के लिए दौड़ना भी पड़ता है कभी कभी देर रात तक भी काम करना पड़ता है, इसलिए अपनी स्ट्रीम को बारीकी से जाने समझे फिर फैसला ले |
३. सही विषय का करें चुनाव- 12वीं के बाद कोई खास कोर्स चुनना एक विद्यार्थी की रुचि और विकल्पों पर निर्भर करता है। अगर आप कलाकार या रचनाशील हैं तो विज्ञापन, फैशन, डिजाइन जैसे कोर्सेज चुन सकते हैं। अगर आपका दिमाग विश्लेषक हैं तो आपके लिए इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र बेहतर होंगे। यहां बहुत सारे विशेषज्ञ कोर्सेज भी हैं जिन्हें करने के बाद करियर में ऊंची उड़ान भर सकते हैं। ऐसे में छात्र जब भी किसी खास कोर्स या प्रोग्राम में दाखिला कराने जाएं तो एक बात स्पष्ट रखें कि उस प्रोग्राम को चुनने के पीछे करने का उनका मकसद क्या है? फिर भी अगर भ्रम बना रहे तो अपना प्रोफाइलिंग टेस्ट कराएं। इससे आपको अपनी शक्ति का पता लग सकेगा और आप उसके मुताबिक कोर्स सिलेक्ट कर सकेंगे। कोर्स का सिलेक्शन करते समय इन खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
४. संस्थान का चुनाव- आजकल संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा होती है लेकिन सरकारी एवं प्राइवेट संस्थानों में प्रवेश लेने से पहले निम्न बिंदुओं पर जरूर विचार कर लें-
A. पहले यह पता कर लेना चाहिए कि उस संस्थान को समुचित रेगुलेटरी अथॉरिटी से मान्यता हासिल है या नहीं?
B. फैकल्टी की गुणवत्ता।
C. प्रोफेसर, लेक्चरर और असिस्टेंट प्रोफेसर का अनुपात।
D. पाठ्यक्रम विविधता।
E. प्लेसमेंट या नौकरी मिलने का प्रतिशत।
F. मूलभूत सुविधाएं।
५. विकल्प तलाशें- एक समय था, जब विकल्प सीमित थे। विज्ञान विषय के छात्रों के पास सिर्फ मेडिकल या इंजीनियरिंग के विकल्प होते थे, लेकिन अब वह दौर नहीं रहा। आज आपके सामने विकल्पों की भरमार है। आप बायोटेक्नोलॉजी, बायोइंजीनियरिंग, फिजियोथैरेपी, ऑक्यूपेशनल थैरेपी, मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन जैसे कोर्सेज कर सकते हैं। इसी तरह आर्ट्स से 12वीं करने वाले बिजनेस या होटल मैनेजमेंट कोर्स कर रिटेलिंग, हॉस्पिटैलिटी, टूरिज्म इंडस्ट्री का हिस्सा बन सकते हैं। जो लोग रचनाशील हैं, वे फैशन डिजाइनिंग, मर्चेंडाइजिंग, स्टाइलिंग का कोर्स कर सकते हैं।
कैरियर जीवन में एक ऐसा महत्वपूर्ण विषय है जिसका सही चुनाव करना बहुत ही जरूरी है । सही कैरियर मार्गदर्शन (Career Guidance) से ही आप अपने इच्छा अनुसार कैरियर के बारे में जान सकते हैं।
अत्यधिक विकल्प होने के कारण विद्यार्थी भ्रमित है कि वह कौन से विषय का चुनाव करे? दरअसल, यह उलझन हर उस विद्यार्थी की है, जो विषयों के विकल्पों के बीच अपना भविष्य तलाश रहा है। एक समय था, जब सीमित ही विकल्प होते थे जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं सिविल सर्विसेस। अच्छे विद्यार्थी इन्हीं की ओर रुख करते थे। लेकिन आज उसके समक्ष इतने विकल्प हैं कि वह भ्रमित हो जाता है।
करियर का चुनाव करते वक्त विधार्थी के विचारों तथा इच्छाओं को समझकर उनका सम्मान करना चाहिए! आमतौर पर इस पहलु को लोगो द्वारा अनदेखा किया जाता है की उनकी रूचि किस क्षेत्र में है!और उस काम में उनकी कितनी रूचि है, अगर कैरियर चुनते समय इस बात पर गोर किया जाये तो नौकरी के बाद उन्हें उस क्षेत्र में काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी!
सही कैरियर का चुनाव करते समय कुछ मुख्य बिंदु जिन पर आपको विचार करना चाहिए।
१. अपने करियर की योजना बनाएं- आज हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है। व्यावसायिक विषयों में सीमित प्रवेश संख्या होती है, प्रतिस्पर्धियों की संख्या ज्यादा है। आप में भले ही बहुत प्रतिभा या क्षमता हो, मेरिट हो, लेकिन मुमकिन है कि पसंद के कोर्स या कॉलेज में दाखिला न मिले। इसके लिए जरूरी है कि एक अलग योजना तैयार रहे। विकल्पों के लिए करियर काउंसलर, शिक्षकों, पुराने छात्रों या किसी की भी मदद ली जा सकती है।
२. अपनी क्षमताओ को सही से परखे |
कभी कभी ऐसा भी होता है आप अपनी पहचान करने में भी गलती कर जाते है खुद को सही से पहचान नहीं पाते | हो सकता है आप Scientist बनना चाहते हो पर आपकी Mathematics कमजोर हो, आप Singer बनना चाहते हो पर आपकी आवाज लड़खड़ाती हो, आप CA बनना चाहते है पर Accounting में Interest नहीं, आप Reporter बनना चाहते है पर आपको धूप से एलर्जी है| तो खुद को अच्छे से पहचाने फिर उस फील्ड के बारे में गहराई से पता करे फिर कोई फैसला ले| अगर आप एयर होस्टट बनना चाहती है तो ध्यान रहे परिवार से दूर रहने के लिए आपको तैयार रहना होगा
अगर आप रिपोर्टर बनना चाहते है तो याद रहे टीवी के ग्लैमर से दूर उन्हें दिन रात News के लिए दौड़ना भी पड़ता है कभी कभी देर रात तक भी काम करना पड़ता है, इसलिए अपनी स्ट्रीम को बारीकी से जाने समझे फिर फैसला ले |
३. सही विषय का करें चुनाव- 12वीं के बाद कोई खास कोर्स चुनना एक विद्यार्थी की रुचि और विकल्पों पर निर्भर करता है। अगर आप कलाकार या रचनाशील हैं तो विज्ञापन, फैशन, डिजाइन जैसे कोर्सेज चुन सकते हैं। अगर आपका दिमाग विश्लेषक हैं तो आपके लिए इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र बेहतर होंगे। यहां बहुत सारे विशेषज्ञ कोर्सेज भी हैं जिन्हें करने के बाद करियर में ऊंची उड़ान भर सकते हैं। ऐसे में छात्र जब भी किसी खास कोर्स या प्रोग्राम में दाखिला कराने जाएं तो एक बात स्पष्ट रखें कि उस प्रोग्राम को चुनने के पीछे करने का उनका मकसद क्या है? फिर भी अगर भ्रम बना रहे तो अपना प्रोफाइलिंग टेस्ट कराएं। इससे आपको अपनी शक्ति का पता लग सकेगा और आप उसके मुताबिक कोर्स सिलेक्ट कर सकेंगे। कोर्स का सिलेक्शन करते समय इन खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
४. संस्थान का चुनाव- आजकल संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा होती है लेकिन सरकारी एवं प्राइवेट संस्थानों में प्रवेश लेने से पहले निम्न बिंदुओं पर जरूर विचार कर लें-
A. पहले यह पता कर लेना चाहिए कि उस संस्थान को समुचित रेगुलेटरी अथॉरिटी से मान्यता हासिल है या नहीं?
B. फैकल्टी की गुणवत्ता।
C. प्रोफेसर, लेक्चरर और असिस्टेंट प्रोफेसर का अनुपात।
D. पाठ्यक्रम विविधता।
E. प्लेसमेंट या नौकरी मिलने का प्रतिशत।
F. मूलभूत सुविधाएं।
५. विकल्प तलाशें- एक समय था, जब विकल्प सीमित थे। विज्ञान विषय के छात्रों के पास सिर्फ मेडिकल या इंजीनियरिंग के विकल्प होते थे, लेकिन अब वह दौर नहीं रहा। आज आपके सामने विकल्पों की भरमार है। आप बायोटेक्नोलॉजी, बायोइंजीनियरिंग, फिजियोथैरेपी, ऑक्यूपेशनल थैरेपी, मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन जैसे कोर्सेज कर सकते हैं। इसी तरह आर्ट्स से 12वीं करने वाले बिजनेस या होटल मैनेजमेंट कोर्स कर रिटेलिंग, हॉस्पिटैलिटी, टूरिज्म इंडस्ट्री का हिस्सा बन सकते हैं। जो लोग रचनाशील हैं, वे फैशन डिजाइनिंग, मर्चेंडाइजिंग, स्टाइलिंग का कोर्स कर सकते हैं।

No comments:
Post a Comment